सीबीएसई दो बोर्ड परीक्षा नीति 2026: मुख्य बिंदु
1.
नीति का उद्देश्य
- परीक्षा तनाव कम करना: एक ही वर्ष में
दो अवसर देकर हाई-स्टेक प्रेशर घटाना
- NEP 2020 का पालन: राष्ट्रीय
शिक्षा नीति के अनुसार सुधार
- छात्रों को सुधार का मौका: पहली परीक्षा
में कम अंक आने पर दूसरी कोशिश
2.
पहली परीक्षा (मुख्य परीक्षा)
- कक्षा 10: 17 फरवरी से 10
मार्च 2026
- कक्षा 12: उसके बाद तुरंत
शुरू
- परिणाम: कक्षा 10
- अप्रैल अंत तक, कक्षा 12 - 15 मई तक
- गंभीरता आवश्यक: 3 या अधिक
विषयों में अनुपस्थिति पर दूसरी परीक्षा से वंचित
3.
दूसरी बोर्ड परीक्षा (सुधार परीक्षा)
पात्रता:
- केवल मुख्य विषय: बाहरी मूल्यांकन
50% से अधिक वाले विषय (60-70% वाले)
- अधिकतम 3 विषय: विज्ञान,
गणित, सामाजिक विज्ञान, भाषा
- कौशल विषय: सुधार की अनुमति
नहीं
- भाषा: केवल 1
भाषा में सुधार
कॉम्पार्टमेंट
छात्र:
|
कॉम्पार्टमेंट
विषय |
सुधार
विषय |
|
1 विषय |
2 विषय |
|
2 विषय |
1 विषय |
4.
LOC (परीक्षा फॉर्म) प्रक्रिया
परीक्षा समाप्त → 2-3 दिन बाद LOC खुलना (बिना
फीस)
परिणाम घोषणा → 5-7 दिन LOC खुला (नए नाम +
फीस जमा)
- लाभ: परिणाम देखकर
निर्णय ले सकते हैं
5.
अंक पत्रक (मार्कशीट)
- सर्वोत्तम अंक: दोनों परीक्षाओं
में से उच्चतर अंक लिए जाएंगे
- कोई पुनर्मूल्यांकन नहीं: पहली परीक्षा के
बाद नहीं (केवल दूसरी के बाद)
- डिजीलॉकर: पहली परीक्षा का
परिणाम तुरंत उपलब्ध
6.
महत्वपूर्ण नियम
❌
अनुमति नहीं:
- 3+ विषयों में
अनुपस्थिति
- सभी विषयों में दूसरी परीक्षा
- कौशल विषयों में सुधार
- 2+ भाषाओं में
सुधार
- स्टैंडअलोन अतिरिक्त विषय
✅
अनुमति है:
- गणित: स्टैंडर्ड ↔ बेसिक बदलाव
- कक्षा 11: अस्थायी प्रवेश
(30 जून तक परिणाम)
- उपस्थिति: दूसरी परीक्षा
के लिए भी 75% आवश्यक
7.
समय-सारणी
|
परीक्षा |
तिथि |
परिणाम |
|
कक्षा 10 (मुख्य) |
17 Feb - 10 Mar |
अप्रैल अंत |
|
कक्षा 12 (मुख्य) |
उसके बाद |
15 मई |
|
कक्षा 10 (दूसरी) |
मई |
30 जून |
|
कक्षा 12 (सप्लीमेंट्री) |
जुलाई |
अगस्त प्रथम सप्ताह |
8.
स्कूलों की जिम्मेदारी
- आंतरिक मूल्यांकन: केवल एक बार
(दूसरी बार नहीं)
- प्रैक्टिकल: केवल पहली
परीक्षा के
- उपस्थिति रिकॉर्ड: सही समय पर
अपलोड
- माता-पिता परामर्श: पहली परीक्षा को
प्राथमिकता
सीबीएसई दूसरी बोर्ड परीक्षा 2026: पात्रता
मानदंड
✅ पात्र छात्र (जो दूसरी परीक्षा दे सकते हैं)
|
श्रेणी |
पात्रता |
अधिकतम
विषय |
उदाहरण |
|
पास छात्र |
पहली परीक्षा में पास |
3 मुख्य
विषय |
विज्ञान, गणित, सामाजिक
विज्ञान, भाषा |
|
कॉम्पार्टमेंट (1 विषय) |
1 विषय
में फेल/अनुपस्थित |
कॉम्पार्टमेंट + 2 सुधार |
1 कॉम्पार्ट
+ 2 मुख्य |
|
कॉम्पार्टमेंट (2 विषय) |
2 विषयों
में फेल/अनुपस्थित |
कॉम्पार्टमेंट + 1 सुधार |
2 कॉम्पार्ट
+ 1 मुख्य |
पात्र विषय (केवल ये)
|
✅
अनुमति
है |
❌
अनुमति
नहीं |
|
मुख्य विषय (60-70% बाहरी
मूल्यांकन) |
कौशल विषय |
|
विज्ञान |
आईटी, रिटेल, आदि |
|
गणित (स्टैंडर्ड/बेसिक) |
तीसरी भाषा (सुधार
के लिए) |
|
सामाजिक विज्ञान |
अतिरिक्त विषय |
|
प्रथम/द्वितीय भाषा (केवल
1) |
🔄 विशेष:
गणित स्टैंडर्ड ↔ बेसिक बदलाव की अनुमति
❌ अपात्र छात्र (दूसरी परीक्षा नहीं दे सकते)
|
कारण |
विवरण |
|
3+ विषय
अनुपस्थित |
पहली परीक्षा में 3 या
अधिक विषय miss |
|
ER श्रेणी |
Essential
Repeat (बहुत सारे फेल) |
|
केवल कौशल विषय |
केवल स्किल में सुधार चाहते हैं |
|
2+ भाषाएँ |
दो भाषाओं में सुधार |
|
नया प्रवेश |
पहली परीक्षा के बाद स्कूल जॉइन |
सीबीएसई दूसरी बोर्ड परीक्षा 2026: कॉम्पार्टमेंट
छात्रों के उदाहरण
मुख्य नियम
|
कॉम्पार्टमेंट
विषय |
सुधार
विषय |
कुल
विषय |
|
1 विषय |
2 मुख्य |
3 |
|
2 विषय |
1 मुख्य |
3 |
✅ मुख्य विषय: गणित,
विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, 1 भाषा ❌ कौशल/अतिरिक्त: नहीं
15 वास्तविक उदाहरण
**✅
केस 1: 1 कॉम्पार्टमेंट (पास + सुधार)
|
विषय |
पहली
परीक्षा |
दूसरी
परीक्षा |
पात्र |
|
हिंदी |
45 ✅ |
- |
✅ |
|
अंग्रेजी |
60 ✅ |
- |
✅ सुधार |
|
गणित |
35 ❌ |
कॉम्पार्ट |
✅ |
|
विज्ञान |
50 ✅ |
सुधार |
✅ |
|
SST |
55 ✅ |
- |
✅ सुधार |
|
कुल |
**** |
3 विषय |
✅ |
परिणाम: पास → कॉम्पार्टमेंट → 3 विषय दूसरी परीक्षा
**✅
केस 2: 2 कॉम्पार्टमेंट (सीमित सुधार)
|
विषय |
पहली
परीक्षा |
दूसरी
परीक्षा |
पात्र |
|
हिंदी |
40 ✅ |
- |
✅ |
|
अंग्रेजी |
35 ❌ |
कॉम्पार्ट |
✅ |
|
गणित |
30 ❌ |
कॉम्पार्ट |
✅ |
|
विज्ञान |
60 ✅ |
सुधार |
✅ |
|
SST |
45 ✅ |
- |
❌ |
|
कुल |
**** |
3 विषय |
✅ |
⚠️ SST सुधार नहीं (2 कॉम्पार्टमेंट = केवल 1 सुधार)
**✅
केस 3: भाषा कॉम्पार्टमेंट
|
विषय |
पहली परीक्षा |
दूसरी परीक्षा |
पात्र |
|
हिंदी |
28
❌ |
कॉम्पार्ट |
✅ |
|
अंग्रेजी |
65
✅ |
सुधार |
✅ |
|
गणित |
55
✅ |
- |
✅ |
|
विज्ञान |
60
✅ |
सुधार |
✅ |
|
SST |
50
✅ |
- |
✅ |
|
कुल |
**** |
3 विषय |
✅ |
**✅
केस 4: गणित + विज्ञान कॉम्पार्टमेंट
|
विषय |
पहली
परीक्षा |
दूसरी
परीक्षा |
पात्र |
|
हिंदी |
50 ✅ |
- |
✅ |
|
अंग्रेजी |
55 ✅ |
- |
✅ |
|
गणित |
32 ❌ |
कॉम्पार्ट |
✅ |
|
विज्ञान |
29 ❌ |
कॉम्पार्ट |
✅ |
|
SST |
60 ✅ |
सुधार |
✅ |
|
कुल |
**** |
3 विषय |
✅ |
**❌
अपात्र केस (गलत चयन)
❌
केस 5: 2 कॉम्पार्टमेंट + 2 सुधार (अमान्य)
|
चयन |
स्थिति |
|
गणित (कॉम्पार्ट) |
✅ |
|
विज्ञान (कॉम्पार्ट) |
✅ |
|
SST (सुधार) |
✅ |
|
अंग्रेजी (सुधार) |
❌ अमान्य |
कारण: 2 कॉम्पार्ट = केवल 1 सुधार
❌ केस 6: कौशल विषय सुधार
|
विषय |
पहली
परीक्षा |
चयन |
स्थिति |
|
आईटी |
40 ❌ |
सुधार |
❌ अमान्य |
|
केवल मुख्य विषय सुधार |
❌
केस 7: 2 भाषा सुधार
|
चयन |
स्थिति |
|
हिंदी (कॉम्पार्ट) |
✅ |
|
अंग्रेजी (सुधार) |
❌ अमान्य |
|
केवल 1 भाषा |
विशेष केस
✅
केस 8: गणित स्टैंडर्ड → बेसिक
|
विषय |
पहली |
दूसरी |
अंतिम |
|
गणित |
45 ❌ |
बेसिक |
बेहतर |
✅
केस 9: स्किल पास → मुख्य प्रतिस्थापन
|
विषय |
पहली |
परिणाम |
दूसरी |
|
SST |
30 ❌ |
कॉम्पार्ट |
✅ |
|
आईटी |
80 ✅ |
प्रतिस्थापन |
त्वरित
चेकलिस्ट
|
स्थिति |
कॉम्पार्ट |
सुधार |
✅/
❌ |
|
1 फेल |
1 |
2 |
✅ |
|
2 फेल |
2 |
1 |
✅ |
|
3 फेल |
3 |
0 |
❌ |
|
भाषा फेल |
1 |
2 (1 भाषा) |
✅ |
|
कौशल फेल |
1 |
0 |
❌ |
महत्वपूर्ण
नियम
- कॉम्पार्टमेंट = अनिवार्य (सुधार वैकल्पिक)
- कुल 3 विषय अधिकतम
- अंक: दोनों में से उच्चतर
- LOC: परिणाम के 5-7
दिन बाद
**✅
पात्रता चेकलिस्ट
- पहली परीक्षा में 3 से कम अनुपस्थित
- केवल मुख्य विषय (3 तक)
- 75% उपस्थिति (दूसरी परीक्षा
के लिए भी)
- LOC समय पर भरा
- केवल 1 भाषा सुधार
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