| 1वां |
1951 |
इस संशोधन ने अनुच्छेद 15, 19, 31, और 31A को जोड़ा या संशोधित किया। इसका मुख्य उद्देश्य भूमि सुधार कानूनों को लागू करना, जमींदारी प्रथा को समाप्त करना, और बोलने की स्वतंत्रता पर कुछ प्रतिबंध लगाना था। साथ ही, अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए आरक्षण को मजबूत किया गया। |
| 2वां |
1952 |
लोकसभा और विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व की सीमा को बढ़ाने के लिए। यह जनसंख्या के आधार पर सीटों के पुनर्निर्धारण के लिए था, ताकि राज्यों में उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके। |
| 3रा |
1954 |
वित्तीय आपातकाल के प्रावधान को जोड़ा गया (अनुच्छेद 360), जिससे केंद्र सरकार को आर्थिक संकट में राज्यों पर नियंत्रण करने की शक्ति मिली। |
| 4था |
1955 |
नौवीं अनुसूची में भूमि सुधार से संबंधित कानूनों को शामिल किया गया ताकि वे न्यायिक समीक्षा से बच सकें। यह जमींदारी उन्मूलन को लागू करने के लिए था। |
| 5वां |
1955 |
राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया में संशोधन किया गया, जिससे उनकी नियुक्ति और कार्यकाल से संबंधित नियम स्पष्ट हुए। |
| 6ठा |
1956 |
राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत राज्यों की सीमाओं को पुनर्गठित किया गया। यह भाषाई आधार पर राज्यों के गठन को सक्षम करने के लिए था। |
| 7वां |
1956 |
राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों की पुनर्संरचना की गई। पहली अनुसूची में संशोधन कर नए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल किया गया। |
| 8वां |
1960 |
बेरुबारी यूनियन और कुछ अन्य क्षेत्रों को भारत-पाकिस्तान समझौते के तहत हस्तांतरित करने के लिए प्रावधान किया गया। |
| 9वां |
1960 |
भारत-पाकिस्तान सीमा समझौते के तहत कुछ क्षेत्रों की सीमाओं में समायोजन किया गया। |
| 10वां |
1961 |
पॉन्डिचेरी को भारत के संघ राज्य क्षेत्र के रूप में शामिल किया गया। |
| 11वां |
1961 |
नागरिकता अधिनियम में संशोधन कर विदेशी मूल के व्यक्तियों के लिए नागरिकता नियमों को स्पष्ट किया गया। |
| 12वां |
1962 |
गोवा, दमन और दीव को भारत में शामिल करने और उनकी सीमाओं को परिभाषित करने के लिए। |
| 13वां |
1962 |
नागालैंड को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया और भाषा संबंधी प्रावधान जोड़े गए। |
| 14वां |
1963 |
पॉन्डिचेरी, कराईकल, माहे और यानम को विधायी शक्तियों के साथ संघ राज्य क्षेत्र बनाया गया। |
| 15वां |
1963 |
उच्च न्यायालयों के क्षेत्राधिकार और जजों की सेवानिवृत्ति आयु में संशोधन किया गया। |
| 16वां |
1963 |
राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए बोलने की स्वतंत्रता पर और प्रतिबंध लगाए गए। |
| 17वां |
1964 |
नौवीं अनुसूची में और अधिक भूमि सुधार कानून जोड़े गए ताकि वे न्यायिक समीक्षा से सुरक्षित रहें। |
| 18वां |
1966 |
पंजाब और हरियाणा के पुनर्गठन के लिए, जिसमें हरियाणा को अलग राज्य बनाया गया। |
| 19वां |
1966 |
राष्ट्रपति को राज्यपालों की नियुक्ति और उनके कार्यकाल में अधिक शक्तियां प्रदान की गईं। |
| 20वां |
1966 |
उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमाओं में समायोजन किया गया। |
| 21वां |
1967 |
आठवीं अनुसूची में सिंधी भाषा को शामिल किया गया। |
| 22वां |
1969 |
राष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया में संशोधन कर मतदान प्रणाली को और स्पष्ट किया गया। |
| 23रा |
1969 |
संपत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकारों से हटाकर सामान्य कानूनी अधिकार बनाया गया। |
| 24था |
1971 |
राष्ट्रपति को आपातकाल घोषित करने की शक्ति दी गई और संसद को संविधान संशोधन की व्यापक शक्ति प्रदान की गई। |
| 25वां |
1971 |
संपत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकार से हटाकर कानूनी अधिकार बनाया गया और मुआवजे के नियमों में बदलाव किया गया। |
| 26वां |
1971 |
नौवीं अनुसूची में और कानून जोड़े गए ताकि वे न्यायिक समीक्षा से बच सकें। |
| 27वां |
1971 |
आठवीं अनुसूची में कोंकणी, मणिपुरी और नेपाली भाषाओं को शामिल किया गया। |
| 28वां |
1972 |
लोकसभा और विधानसभाओं में अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए आरक्षण बढ़ाया गया। |
| 29वां |
1972 |
नागरिकता अधिनियम में संशोधन कर प्रवासी भारतीयों के लिए नियम स्पष्ट किए गए। |
| 30वां |
1972 |
उच्च न्यायालयों के क्षेत्राधिकार में बदलाव कर उनके कार्यक्षेत्र को बढ़ाया गया। |
| 31वां |
1973 |
पंजाब विधानसभा में सीटों की संख्या बढ़ाई गई। |
| 32वां |
1973 |
पंजाब में निर्वाचन क्षेत्रों का सीमांकन किया गया। |
| 33रा |
1974 |
गुजरात और नागालैंड में विधानसभा सीटों की संख्या बढ़ाई गई। |
| 34था |
1974 |
नौवीं अनुसूची में और अधिक भूमि सुधार कानून जोड़े गए। |
| 35वां |
1974 |
जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष प्रावधानों में संशोधन किया गया। |
| 36वां |
1975 |
सिक्किम को भारत के सहयोगी राज्य के रूप में शामिल किया गया। |
| 37वां |
1975 |
गुजरात में निर्वाचन क्षेत्रों का पुनर्सीमांकन किया गया। |
| 38वां |
1975 |
आठवीं अनुसूची में और भाषाएं जोड़ी गईं। |
| 39वां |
1975 |
आपातकाल के दौरान कुछ मौलिक अधिकारों को निलंबित करने और न्यायिक समीक्षा को सीमित करने के लिए। |
| 40वां |
1976 |
नागालैंड में विधानसभा सीटों की संख्या बढ़ाई गई। |
| 41वां |
1976 |
तमिलनाडु में अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण बढ़ाया गया। |
| 42वां |
1976 |
इसे 'मिनी संविधान' कहा जाता है। इसमें प्रस्तावना में 'समाजवादी' और 'धर्मनिरपेक्ष' शब्द जोड़े गए, मौलिक कर्तव्यों को शामिल किया गया, और संसद की शक्तियों को बढ़ाया गया। |
| 43रा |
1977 |
गुजरात में विधानसभा सीटों में बदलाव किया गया। |
| 44था |
1978 |
आपातकाल से संबंधित प्रावधानों को हटाया गया और मौलिक अधिकारों को बहाल किया गया। |
| 45वां |
1980 |
असम समझौते को लागू करने के लिए नागरिकता नियमों में संशोधन। |
| 46ठा |
1982 |
नौवीं अनुसूची में और कानून जोड़े गए। |
| 47वां |
1984 |
सिख समुदाय के लिए धार्मिक स्थलों से संबंधित प्रावधान जोड़े गए। |
| 48वां |
1984 |
पंजाब में विधानसभा सीटों में बदलाव। |
| 49वां |
1984 |
त्रिपुरा में जनजातीय क्षेत्रों के लिए विशेष प्रावधान। |
| 50वां |
1984 |
नौवीं अनुसूची में और कानून जोड़े गए। |
| 51वां |
1984 |
नागरिकता नियमों में और संशोधन किए गए। |
| 52वां |
1985 |
संपत्ति के अधिकार को पूरी तरह से मौलिक अधिकारों से हटाया गया। |
| 53रा |
1986 |
राष्ट्रीय आपातकाल के प्रावधानों को और स्पष्ट किया गया। |
| 54था |
1986 |
नौवीं अनुसूची में और कानून जोड़े गए। |
| 55वां |
1987 |
मिजोरम को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया। |
| 56ठा |
1987 |
अरुणाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया। |
| 57वां |
1987 |
राष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया में और संशोधन। |
| 58वां |
1987 |
सिक्किम में विधानसभा सीटों में बदलाव। |
| 59वां |
1988 |
गुजरात में अनुसूचित जातियों/जनजातियों के लिए आरक्षण। |
| 60वां |
1988 |
पंचायत चुनावों के लिए प्रावधान जोड़े गए। |
| 61वां |
1989 |
मतदान की आयु 21 से घटाकर 18 वर्ष की गई। |
| 62वां |
1989 |
संपत्ति कर से संबंधित प्रावधानों में संशोधन। |
| 63रा |
1989 |
अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए आरक्षण को बढ़ाया गया। |
| 64था |
1990 |
नौवीं अनुसूची में और कानून जोड़े गए। |
| 65वां |
1990 |
गुजरात में जनजातीय क्षेत्रों के लिए प्रावधान। |
| 66ठा |
1990 |
मणिपुर में जनजातीय क्षेत्रों के लिए प्रावधान। |
| 67वां |
1990 |
दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का दर्जा दिया गया। |
| 68वां |
1991 |
नौवीं अनुसूची में और कानून जोड़े गए। |
| 69वां |
1991 |
गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया। |
| 70वां |
1991 |
नागालैंड में विधानसभा सीटों में बदलाव। |
| 71वां |
1992 |
आठवीं अनुसूची में कोंकणी, मणिपुरी और नेपाली को शामिल किया गया। |
| 72वां |
1992 |
तमिलनाडु में पंचायती राज संस्थाओं के लिए प्रावधान। |
| 73रा |
1992 |
पंचायती राज संस्थाओं को संवैधानिक दर्जा दिया गया और ग्रामीण शासन को मजबूत किया गया। |
| 74था |
1992 |
नगरपालिका और शहरी स्थानीय निकायों को संवैधानिक दर्जा दिया गया। |
| 75वां |
1994 |
पंचायत चुनावों के लिए और प्रावधान जोड़े गए। |
| 76ठा |
1994 |
नौवीं अनुसूची में और कानून जोड़े गए। |
| 77वां |
1995 |
उच्च न्यायालयों में जजों की नियुक्ति प्रक्रिया में संशोधन। |
| 78वां |
1995 |
पंचायतों में अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए आरक्षण। |
| 79वां |
1995 |
लोकसभा और विधानसभाओं में सीटों का पुनर्निर्धारण। |
| 80वां |
2000 |
पंचायतों के लिए वित्तीय प्रावधानों में संशोधन। |
| 81वां |
2000 |
अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए आरक्षण को बढ़ाया गया। |
| 82वां |
2000 |
नौवीं अनुसूची में और कानून जोड़े गए। |
| 83रा |
2000 |
गुजरात में विधानसभा सीटों में बदलाव। |
| 84था |
2002 |
पंचायतों और नगरपालिकाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण सुनिश्चित किया गया। |
| 85वां |
2001 |
आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम (ESMA) से संबंधित प्रावधान। |
| 86ठा |
2002 |
6-14 वर्ष के बच्चों के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा को मौलिक अधिकार बनाया गया (अनुच्छेद 21A)। |
| 87वां |
2003 |
उच्च न्यायालयों के क्षेत्राधिकार में और संशोधन। |
| 88वां |
2003 |
सर्वोच्च न्यायालय में शुल्क से संबंधित प्रावधान। |
| 89वां |
2003 |
अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए आरक्षण को और बढ़ाया गया। |
| 90वां |
2003 |
नौवीं अनुसूची में और कानून जोड़े गए। |
| 91वां |
2003 |
मतदाता सूची के पुनर्निर्धारण के लिए प्रावधान। |
| 92वां |
2003 |
राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (NJAC) की स्थापना का प्रस्ताव। |
| 93रा |
2005 |
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए शैक्षिक संस्थानों में आरक्षण। |
| 94था |
2006 |
सहकारी समितियों को संवैधानिक दर्जा दिया गया। |
| 95वां |
2009 |
अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए प्रमोशन में आरक्षण। |
| 96ठा |
2011 |
सर्वोच्च न्यायालय के कार्यों से संबंधित प्रावधान। |
| 97वां |
2011 |
सहकारी समितियों के लिए और प्रावधान जोड़े गए। |
| 98वां |
2012 |
वित्त आयोग के कार्यों में संशोधन। |
| 99वां |
2014 |
राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (NJAC) की स्थापना, जो बाद में असंवैधानिक घोषित हुआ। |
| 100वां |
2015 |
भारत और बांग्लादेश के बीच भूमि सीमा समझौते को लागू किया गया। |
| 101वां |
2016 |
वस्तु और सेवा कर (GST) को लागू करने के लिए संवैधानिक आधार प्रदान किया गया। |
| 102वां |
2018 |
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया। |
| 103रा |
2019 |
आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) के लिए 10% आरक्षण लागू किया गया। |
| 104था |
2019 |
अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए उप-वर्गीकरण को सक्षम किया गया। |
| 105वां |
2021 |
राज्यों को अपनी OBC सूची बनाने का अधिकार दिया गया। |
| 106वां |
2023 |
लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण लागू किया गया, जो 2029 से प्रभावी होगा। |